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लेखनी प्रतियोगिता -22-Dec-2022- श्याम का पैगाम

रिंगस से आया है पैगाम,

बुला रहा है खाटू वाला श्याम।

छोड़ कर सारी दुनियादारी,
कर लो जाने की तैयारी।

बाबा खोल देगा अपना दरबार,
लुटाने बच्चों पर अपना प्यार।

वो भी अकेला बैठकर उकता रहा है,
अपने भक्तों का रास्ता देख रहा है।

सजल नयन, विकल मन, हर किसी के हालात को वो समझ रहा है,
रूह को सुकून देने के लिए जुगत वो लड़ा रहा है।

भेजा है दरबार से पैगाम, 
खुलने वाला है खाटू धाम।।



               *****Samridhi Gupta'रसम'*****

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5 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन

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Punam verma

23-Dec-2022 09:36 AM

Very nice

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Swati chourasia

23-Dec-2022 05:53 AM

बहुत ही खूबसूरत रचना 👌👌

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